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भगवान विष्णु के कई नाम है जैसे नारायण, हरि, केशव आदि। गुरुवार का दिन विष्णु जी का होता है । विष्णु भगवान शेषनाग में विराजमान है
जब धरती मैं पाप बढता है तब विष्णु भगवान अवतार लेते है। ऐसा भी कहा जाता है कलयुग के अंत में जब पाप की सीमा पार होगी तब विष्णु जी कल्कि के रूप में अवतार लेंगे ।
विष्णु जी की आरती करने के फायदे
1: विष्णु भगवान की भक्ति करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
2: भक्त के ऊपर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है ।
विष्णु भगवान के कितने अवतार हो चुके है ।
भगवान विष्णु के 23 अवतार पूरे हो चुके हैं ।
भगवान विष्णु किस फल को पसंद करते हैं
केला भगवान विष्णु का प्रिय फल है ।
भगवान विष्णु कैसे खुश होंगे
विष्णु भगवान को खुश करने के लिए आपको सच्चाई का मार्ग पर चलना होगा और बहुत अच्छे कर्म करने होंगे ।
Vishnu Aarti Pdf In Hindi
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे।
ओम जय जगदीश हरे...
जो ध्यावे फल पावे,
दुःख विनाशे मन का।
स्वामी दुःख विनाशे मन का,
सुख संपत्ति घर आवे।
ओम जय जगदीश हरे...
मात पिता तुम मेरे,
शरण गहूँ किसकी।
स्वामी शरण गहूँ किसकी,
तुम बिन और न दूजी कोई।
ओम जय जगदीश हरे...
तुम पुरण परमात्मा,
तुम अंतर्यामी।
स्वामी तुम अंतर्यामी,
पारब्रह्म परमेश्वर।
ओम जय जगदीश हरे...
तुम करुणा के सागर,
तुम पालनकर्ता।
स्वामी तुम पालनकर्ता,
मैं मूरख खल कामी।
ओम जय जगदीश हरे...
तुम हो एक अगोचर,
सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति,
किस विधि मिलूँ दयामय।
ओम जय जगदीश हरे...
दीनबंधु दुखहर्ता,
ठाकुर तुम मेरे।
स्वामी दीनबंधु दुखहर्ता,
अपने हाथ उठाओ।
ओम जय जगदीश हरे...
श्री विष्णु जी की आरती,
जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्दन स्वामी,
मन वांछित फल पावे।
ओम जय जगदीश हरे...